Income Source of Rich People – अमीर लोगों के पैसों का स्रोत

एक औसत मिडिल क्लास और एक अमीर व्यक्ति में क्या अंतर होता है? यही ना, की मिडिल क्लास वाले के पास कम पैसे होते हैं, वही अमीर लोगों के पास ज्यादा? पर आखिर ये फर्क पैदा कहाँ से होता है? लगभग हर बार ये अंतर आता है उनकी income के स्रोतों से। जहाँ एक मिडिल क्लास व्यक्ति के पास income का एक ही स्रोत होता है, वहीँ एक अमीर इंसान की दौलत एक से ज्यादा स्रोतों से आती है।

दोस्तों अगर मैं आपसे पूछूँ कि आप कितने स्रोतों से अपने पैसे कमाते हैं तो ज़्यादातर लोग १ से ३ स्रोतों का नाम ही लेंगे। और अगर आप कठिन परिश्रम के बाद भी कुछ भी नहीं कमाते हैं, तो शुरुआत किसी भी प्रकार के छोटे काम से करिये जिसमे कम खर्च हो।

दोस्तों अगर आप को ये पता चल जाए की अमीर लोग अपनी दौलत किन – किन स्रोतों से कमाते हैं तो आप भी अमीर बन सकते हैं। आपको अमीर बनने के लिए, अमीर लोगों की तरह पैसे कमाने के एक से ज़्यादा स्रोत बनाने होंगे। तो आइए पता करते हैं कि अमीर लोग किन – किन स्रोतों से पैसा बनाते है।

1 Earned Income – खुद काम करके कमाया हुआ पैसा

खुद काम करके कमाया हुआ पैसा सबसे साधारण Income का स्रोत होता है। एक सामान्य इंसान की मुख्यतः यही एक मात्र Income की स्रोत होती है। आम तौर पर जब आप कोई जॉब करते हैं, और सैलरी लेते हैं, तब आप earned income से पैसे कमा रहे होते हैं, एक छोटे ओहदे के कर्मचारी से लेकर CEO स्तर के कर्मचारी तक, सब earned income कमा रहे होते हैं। जी हाँ! CEO भी कंपनी का कर्मचारी(employee ) ही होता है। स्वरोजगार करने वाले पेशेवर जैसे की डॉक्टर्स, वकील और यहाँ तक की फ्रीलांसर्स भी इसी श्रेणी में आते हैं। Earned income तब बनती है जब आप अपने दिए हुए समय के बदले में पैसे लेते हैं, इसलिए इसको active income भी कहा जाता है क्यूंकि जब तक आप ख़ुद काम करते हैं केवल तब तक आपके पास ये income आती है।

बड़े से बड़े पैसे वाले लोग भी अपनी शुरुआत active income से ही करते हैं और यह शुरुआत करने के लिए एक अच्छा point भी होता है। जब आपके पास अपना और अपने परिवार का खर्च चलने के लिए कोई income का स्रोत नहीं होता है, तब active income का स्रोत आप जल्दी से ढूंढ सकते हैं। लेकिन अगर आप लम्बे समय तक इसी तरीके से पैसा कमाते हैं तो आपके लिए ये category खतरनाक साबित हो सकती है क्यूंकि ये आय पूरी तरह से आपके समय पर निर्भर करती है जो की आपके पास सीमित मात्रा में ही होता है।

आपके पास भी दूसरों की तरह 24 घंटे होते हैं और इसलिए एक सीमा से ज़्यादा इस income को बढ़ाया नहीं जा सकता । इसलिए शुरुआत में तो earned income सही होता है पर कुछ समय के बाद आपको दुसरे तरीके के Income के स्रोतों को बनाना ज़रूरी होता है। दूसरी Income का स्रोत Profit इनकम – लाभ से आय।

2 Profit Income – लाभ से आय

ये income तब आती है जब आप कोई भी सामन या सर्विस का उत्पादन या निर्माण कर के बेचते हैं। उत्पादन करने में जितना खर्चा आता है उससे ज़्यादा कीमत पर आप अपना बनाया हुआ सामन या सर्विस बेच करके अपना लाभ कमाते हैं। इस पड़ाव पर आकर आप एक कर्मचारी से एक उद्यमी बन जाते हैं क्यूंकि अब आप नौकरी की जगह बिज़नेस कर रहे होते हैं। पहले के समय में एक बिज़नेस शुरू करना बहुत कठिन काम होता था क्यूंकि इसमें बड़े लेवल का खर्च लगता था और हर किसी के पास निवेश करने के लिए पैसे नहीं होते थे। पर इंटरनेट के आने के बाद से बहुत कम या बिना investment के भी बिज़नेस शुरू करना संभव हो गया है।

लाभ से आय भी २ तरीके से हो सकती है। Active income और Passive Income, अगर आप सामन ख़ुद अपने हाथों से बनाते हैं या ख़ुद सारा दिन सर्विस देते हैं, तो ये एक active income होगी. इसमें भी आप जब तक काम कर रहे हैं तभी तक income आएगी. उदहारण के लिए हैंडीक्राफ्ट्स, पेंटिंग्स वगैरह अगर आप ख़ुद बना कर बेच रहे हैं तो ये active profit income होगी।

Active profit income के मॉडल को आप बड़े स्केल पर नहीं ले जा सकते है। पर अगर आप अपने प्रोडक्ट को बस डिज़ाइन कर रहे हैं और कोई और मैन्युफैक्चरर आपके लिए सामान बना रहा है, या फिर आप कोई डिजिटल सामन बनाते हैं तो इस profit income को बड़े स्केल पर ले जाने और इसको passive income बनाने के अवसर आपके पास ज़्यादा होते हैं, क्यूंकि इसमें अगर आप एक बार अपने बिज़नेस का प्रक्रिया बाना लेते हैं, या कर्मचारी रख लेते हैं तो आपके पास फिर आप अपना खुद का समय बचा सकते हैं । कभी भी कोई भी बिज़नेस शुरू करने से पहले हमको ये देखना ज़रूरी होता है कि वो आगे चल कर कितना बड़ा बन सकता है या नहीं। तीसरी income का स्रोत होता है – Interest Income – व्याज से आय।

3 Interest Income – व्याज से आय

यह Income तब होती है जब आप किसी को अपने पैसे उधर देते हैं और उस पर व्याज लेते हैं. बैंक में जमा पैसा, गवर्नमेंट बांड्स, डिबेंचर्स, फिक्स्ड डिपॉज़िट वगैरह interest Income कमाने के कुछ तरीके हो सकते हैं. ये आय पूरी तरह से पैसिव इनकम होती है क्यूंकि इसको कमाने के लिए आपको खुद काम नहीं करना पड़ता, बल्कि आपका पैसा आपके लिए पैसा कमाता है। अक्सर देखा जाता है की आप जो पैसे उधार पर देते हैं उस पर ज्यादा व्याज तो नहीं आता पर आप सुरक्षित रूप से ये मान सकते हैं कि यहाँ से आपको एक निश्चित आय होती रहेग। अपनी पहचान वालों, रिश्तेदारों या दोस्तों को पैसे व्याज पर नहीं देना चाहिए इससे आपके संबंद ख़राब हो सकते हैं. चौथी Income का स्रोत होता है – Dividend Income – लाभांश से आय।

4 Dividend Income – लाभांश से आय

डिविडेंड इनकम तब मिलती है जब आप किसी कंपनी में निवेश करते हैं और वो कंपनी जो लाभ कमाती है, उस लाभ का कुछ हिस्सा आपको डिविडेंड के रूप में देती है. जब आप किसी कंपनी के शेयर खरीदते हैं तो उस कंपनी पर कुछ मालिकाना हक़ आपका भी हो जाता है और इसी कारण आप उसके कुछ लाभ के हक़दार भी बन जाते हैं. इसलिए कंपनी अपने शेयर धारक को लाभ में से डिविडेंड देती है। डिविडेंड अक्सर हर तीन महीने में दिए जाते हैं. अब ये जरूरी नहीं है की हर कंपनी आपको डिविडेंड दे। हर कंपनी का डिविडेंड देने का अपना अपना तरीका होता है। अगर आपका निवेश करने का मकसद डिविडेंड कामना है तो पहले थोड़ी रिसर्च करें की कौनसी कंपनी एक अच्छी डिविडेंड देने की हिस्ट्री रखती है। पांचवी Income का स्रोत होता है – Rental Income – किराये से आय।

5 Rental Income – किराये से आय

किराये से आने वाली Income बड़े ही साधारण तरीके से समझा जा सकता है। जब आप आपका कोई सामान किसी को उपयोग करने के लिए देते हैं और उसके बदले में किराये के रूप में पैसे लेते हैं तो इसे Rental Income कहलाती है। अक्सर घर या कार को किराये पर दे कर लोग पैसे कमाते हैं। पर ऐसा मन जाता है की कामर्शियल प्रॉपर्टी से सबसे ज्यादा रेंटल इनकम मिलती है। कामर्शियल प्रॉपर्टी मतलब की वो जगह जिसका उपयोग बिज़नेस करने में हो सकता है।

अगर आपकी बिल्डिंग में कोई दुकान खोल रहा है, हॉस्पिटल खोल रहा है या ऐसा ही कोई दूसरा बिज़नेस कर रहा है तो उससे आपके पास ज्यादा किराया आएगा। वहीँ अगर आपकी बिल्डिंग एक घर के रूप में उपयोग हो रही है जिसमे आपके किरायेदार रह रहे हैं तो उससे आपकी किराये की इनकम कुछ काम आएगी। ज़रूरी नहीं है की आपको Rental Income के लिए बड़े बड़े निवेश ही करने पड़े। आप काम पैसे वाली चीजे भी किराये पर दे सकते हैं. जैसे की कोई फर्नीचर, शादी के कपड़े, फैंसी ड्रेस या किसी इवेंट के लिए स्पीकर सिस्टम. छठवीं इनकम का स्रोत होता है – Royalty Income – रॉयल्टी से आय।

6 Royalty Income – रॉयल्टी से आय

रॉयल्टी इनकम स्रोत से आपको, आपके एक बार किये गए काम के लिए भविष्य में लगातार पैसा मिलता रहता है । जैसे अगर आपने कोई बुक लिखी है तो वो जब तक बिकती रहेगी उसकी रॉयल्टी आपको मिलती रहेगी। कुछ लेखकों की किताब पर पर मूवीज और टीवी सीरियल्स भी बन जाते हैं और ऐसी स्थिति में उनको और ज्यादा रॉयल्टी मिलती है. Youtube पर एक बार बनायीं गयी वीडियो को जब तक लोग देखते रहते हैं तब तक उसको डालने वाले की इनकम होती रहती है. म्यूजिक बनाने वालो का म्यूजिक जितनी बार लोग खरीदते हैं या स्पॉटीफी वगैरह पर सुनते हैं उनको उतना पैसा मिलता जाता है। और आखिर में आती है हमारी सातवीं income की स्रोत – Capital Gain – पूंजी लाभ से आय ।

7 Capital Gain – पूँजी लाभ से आय

जब आपके किसी सामान या निवेश की मूल्य बढ़ जाती है और फिर उसको बेच कर आप जो पैसे कमाते हैं उसको बोलते हैं कैपिटल गेन्स या पूँजी लाभ। वैसे तो हम ज्यादातर वो चीज़ें लेते हैं जिनका मूल्य समय के साथ कम होता जाता है जैसे मोबाइल फ़ोन, कार, बाइक, टीवी। पर बहुत सी चीज़ें ऐसी भी होती हैं जिनका मूल्य समय के साथ बढ़ भी सकता है । जैसे शेयर, प्रॉपर्टी, सोना, चांदी. मान लीजिये आपने कोई चीज १ लाख रूपए में खरीदी थी और समय के साथ जब उस चीज की वैल्यू १.५ लाख रूपए हो गयी, तब आपने उसको बेच दिया तो जो ५० हजार रूपए की अतिरिक्त आय आपको हुई वो कहलाएगी पूँजी लाभ।

तो यह है 7 अलग-अलग स्रोत जिससे अमीर लोग अपने पैसे कमाते हैं। अगर आप इनमे से कोई भी प्रकार की आय शुरू करना चाहते हैं तो मैं आपकी सहायता करने की पूरी कोशिश करूँगा। आप email के माधयम से मुझसे सवाल पूछ सकते हैं. हमेशा याद रखियेगा कि कभी भी एक ही आय के स्रोत पर निर्भर मत रहिये. छोटी छोटी ही सही पर आपके पास एक से ज़्यादा आय का स्रोत होना चाहिए.

अब मैं आपको बताऊंगा की इनमे से कुछ आय के स्रोतों को कैसे आप घर बैठे-बैठे बना सकते हैं. सबसे पहले इंटरेस्ट इनकम. इंटरेस्ट इनकम स्टार्ट करने के लिए आप कुछ पैसा फिक्स्ड डिपाजिट में जमा करना शुरू कर सकते हैं ये पैसे आपको किसी इमरजेंसी में भी मदद करेंगे, अगर आप ज़्यादा व्याज कमाना चाहते हैं तो घर बैठे म्यूच्यूअल फंड्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं। इसके लिए आप zerodha में अकाउंट खुलवा कर निवेश शुरू कर सकते हैं। मैं खुद कई सालों से निवेश कर रहा हूँ। बस ये बात ध्यान रखिये की व्याज से इनकम के लिए आपको इंटरेस्ट देने वाले म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश करना है जैसे की liquid फंड्स, debt फंड्स वगैरह.

डिविडेंड income भी आप घर बैठे कमा सकते हैं। इसके लिए आपके पास दो तरीके हैं. सबसे पहला है डायरेक्ट स्टॉक्स में इन्वेस्ट करके और दूसरा तरीका है म्यूच्यूअल फंड्स. रॉयल्टी इनकम का सबसे बढ़िया तरीका है की अगर आप logo वगैरह बना सकते हैं या कंप्यूटर पर ड्राइंग करने में माहिर हैं तो shutterstock.com वगैरह जैसी साइट्स पर अपनी बनायीं हुई image को शेयर कीजिये। और अगर आप किसी विषय में एक्सपर्ट हैं तो youtube चैनल स्टार्ट कीजिये या udemy.com जैसी साइट्स पर अपने कोर्सेज अपलोड कीजिये. आशा करता हूँ आपको यह जानकारी अच्छी लगी होगी, अगर हाँ, तो इस वेबसाइट को अपने दोस्तों के साथ ज़रूर शेयर करे। धन्यवाद!